Saturday, May 23, 2009

बाल मजदूरी पर पूर्ण पर्तिबंद हो .

बाल मजदूरी पर पूर्ण प्रतिबंद होना चाहिए हालाँकि बाल मजदूरी को रोकने के लिए कानून है लेकिन भारत में कानून बनते है, पर वे कानून ही रह जाते है कानून तोड़ने की सबकी आदत सी हो गई है छोटे बच्चो को कम पर लगाने पर सरकार का प्रतिबंद है परन्तु छोटे -छोटे बच्चो को कही कहीं काम करते हुए देखा जा सकता है मजबूरी के कारण छोटे -छोटे बच्चो को काम करना पड़ता है सरकार को चाहिए की बाल मजदूरी को रोकने के लिए गरीबो के उत्थान के लिए ठोस योजनाएँ बनाये मुझे कुछ समय बाल मजदुर विरोधी अभियान में काम करने का मौका मिला तब मैने पाया की जो बच्चे काम पर पाए गए वो बहुत ही गरीब परिवारों से थे और एक बात साफ है कि हम सभी को सबसे पहले अपने अपने पेट कि भूख मिटानी होती है।प्रतिबंध लगाने के साथ ही काश सरकार ने बताया होता तो घर में या ढाबे पर काम करने वाले बच्चे अगर काम नहीं करेंगे तो उनका पेट कैसे भरेगा? भारत में बाल मज़दूरी पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया लेकिन सरकार ने ये नहीं बताया कि बिना रोज़गार के मेहनतकश बच्चों का पेट किस तरह भरेगा। कुछ लोग बाल मजदूरो से इस तरह रौब मार कर काम लेते है जैसे थोड़े से पैसो में उनको खरीद ही लिया हो।
किसी ने कहा है कि किसी देश को बरबाद करना है तो वहां के युवा और बच्चों को बरबाद कर दो और येही हमारे देश में हो रहा है ।बाल मज़दूरी रोग नहीं, उसका एक लक्षण है, रोक लगा देने से रोग मिट नहीं जाएगा। बालमजदूरी को रोकने के लिए गरीबो के उत्थान की ठोस योजनाये बनाने के साथ ही सर्वपक्षीय जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए
बाल मजदूरो की कुछ फोटो {यहाँ क्लिक करें }

1 comment:

Urmi said...

आपकी टिपण्णी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया! माफ़ किजियेग मैं पिछले कुछ दिनों से काम में व्यस्त थी इसलिए बात नहीं कर सकी!
आपने बाल मजदूरी पर बढ़िया पोस्ट किया है! बिल्कुल सही फ़रमाया है कि पूरी तरह से बाल मजदूरी पर रोक लगाया जाए ! हमारे देश में इतनी गरीबी है ये कि ये मुमकिन तो नहीं होगा! लोग पेट चलाने के लिए मजबूरी में काम करते हैं क्यूंकि पड़ने लिखने के लिए तो पैसे भी नहीं है गरीब लोगों के पास !