Monday, April 27, 2009

सही प्रतिनिधि का चुनाव करे

लोकसभा चुनाव का दंगल जारी है |उमीदवार वोट मांगने के लिए जनता के पास रहे है प्रमुख जनहितेषी मुद्दे नदारद है वोटर के पास वोट की शक्ति है जिससे वह एक योग्य जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सकता है|आज स्वार्थ की राजनीती के कारण परिवारवाद जोर पकड रहा है जीत के लिए उमीदवार देश को धर्म ,जाती ,भाषा के नाम पर बाटने की कोशिश कर रहा है| हमें देश के विकास के लिए ईमानदार स्वच्छ छवि के उमीदवार का चयन करना चाहिए|
एक समय था जब देश गुलामी की बेडियों में जकडा हुआ था जबकि आज देश आतंकवाद, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार की समस्या के साथ ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है राजनेता आजादी के बाद से ही सत्ता सुख भोग रहे है जबकि हर पांच वर्ष में एक दिन का राजा बनने वाले मतदाता अपनी कंगाली पर आंसू बहा रहे हैइसलिए जागरूक हो कर अपने मत का सदुपयोग कर देश की सत्ता पर उन लोगो को बैठाइये जो आतंकवाद का मुकाबला कर सके और देश के गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगो की हालत में सुधार ला सके |
मतदाताओ के पास उमिदवारो को नकारने का अधिकार होना चाहिए मतदाताओ को एक ऐसा कोई बटन दबाने का अधिकार होना चाहिए जिससे वे अयोग्य उमीदवार को ठुकरा सके यद्यपि इस अधिकार के लिए अनेक लोग कहेंगे की किसी को चुनने का विकल्प नकारात्मक विचार है लेकिन यह नकारात्मक विचार ही सकारात्मक माहोल पैदा कर सकता है |अभी सभी राजनैतिक दल बिना किसी भय और संकोच के भ्रस्ट नेताओ को चुनाव मैदान में उतार देते है क्योकि उनको इस बात की कोई चिंता नही होती की उनके उमीदवार को नकारा जा सकता है या खारिज किया जा सकता है सच तो यह है की उमिदवारो को नकारने के अधिकार के साथ -साथ मतदाताओ के पास चुने हुए भ्रष्ट नेताओ को वापस बुलाने का अधिकार भी होना चाहिए अगर कोई नेता चुनाव जितने के बाद जनता की समस्याओ को अनदेखा करता है तो जनता को पांच साल तक इंतजार करने की बजाए उस नेता को बीच में कभी भी वापस बुलाने का अधिकार जनता के पास होना चाहिए जिससे राजनैतिक दल भ्रष्ट नेताओ को चुनाव में उतारने से डरे
हमें नकारा लोगो को राजनीती से बहार का रास्ता दिखाने के लिए अपनी सोच में बदलाव सही फैसले की अवसयकता है। हमें चाहिए की सही प्रतिनिधि का चुनाव करके लोकतंत्र को मजबूत बनाये
धन्यवाद !
posted by अनिल यादव