Saturday, November 29, 2008
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ढूंढ़ते रह जाओगे .....
हिन्दी साहित्य में रोहित यादव की पुस्तक "ढूंढ़ते रह जाओगे "एक अनूठा प्रयास है !यह [तिक्का/मुक्तकसंग्रह ] अहिरवाल अंचल की लुप्त हो रही बहूत सी चीजो की एक एन्सेकलोपिडिय है ! यह पुस्तक १९९९ में लिखी गई थी लेकिन इसकी बहुत सी बाते अब भविष्यवाणी साबित हुई है मै इसके कुछ उदहारण निचे लिख रहा हु !
१
ऊंट का कजावा
पगडी का पहनावा
और कुआँ चौलावा
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{कजावा =सामान ढोने के लिए ऊंट की पीठ पर रखा जाने वाला लकडी का उपकरण
चौलावा =चार लाव वाला कुआ
२
चौपड़ का खेल
कचहरी की बेल
ओर भाइयो का मेल
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{ मेल =एकता }
३
पहले वाली बारात
तीन दिन दो रात
और बतकही की बात
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{बतकही =बड़े बूढों द्वारा कथा कहानी कहना }
४
जौ की राबडी
बचों की तागडी
और खींप की छाबड़ी
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{राबडी =ग्रामीण पेय पदार्थ
तागडी=कमर में बांधने का डोरा
खीप=एक वनस्पति का नाम
छाबड़ी =चारा डालने का बर्तन }
५
अरण्ड की इन्डोली
नीम की निम्बोली
और सण की सिंडोली
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{इन्डोली =अरण्ड पेड़ का फल
सण =सनई का पौधा [पटसन ]
निम्बोली =नीम पेड़ का फल
सिंडोली=पटसन की पुली }
६
खेल में गट्टा पाई
चूना की लिपाई
और चरखा की कताई
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{गट्टा-पाई=कंकर से खेला जाने वाला ग्रामीण खेल
लिपाई= पलस्तर
कताई=कातना}
७
तुलियों का बीजणा
बाजरे का भीजना
और संतों का सीजणा
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{बिजना =हवा करने का पंखा
भिजना=भीगा हुआ बाजरा
सीजना=ज्ञान की प्राप्ति }
८
लकडी चीरने का करोत
ढायला का पोत
और बैलां की जोत
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{करोत =लकडी चीरने का यंत्र
ढायाला=एक ग्रामीण खेल
पोत =बारी
जोत =जोतना }
९
हल की फ़निहारी
घास की घसियारी
और पानी की पनिहारी
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{फनिहारी =सांप की आकृति वाला हल का फाल [कुस ]
घसियारी =खेतों से घास खोदकर लाने वाली औरत}
१०
गधा कुम्हार का
गाडा लुहार का
और छैल्कडा सुनार का
ढूंढ़ते रह जाओगे .....
{छ्लकडा=पावों में पहने जाने वाला चांदी का आभूषण }
Friday, November 28, 2008
देश की आर्थिक राजधानी में मौत का साया {अब तो हद हो गई }
हमें आम लोगो को चाहिए की कोई ऐसा कानून बनाये की जब भी कोई ऐसा हमला हो तो मुकाबले के लिए सबसे आगे इन नेताओ को भेजा जाए फ़िर देखना अगर एक भी हमला हो तो ?और जीतनी फोज और पुलिस इनकी सिकोरिटी में लगी उसका ध्यान भी बॉर्डर पर रहेगा , अब तो पुरी की पुरी फोर्स इन नेताओ की सिकोरिटी में लगी हुई है !बॉर्डर के लिए हमारी फोर्स के पास कहाँ समय है !
वाह इंडिया .........
अफजल को माफ़ी ,
साध्वी को फांसी ,
र.स.स.पर प्रतिबंद ,
सेमी से अनुबंद ,
अमरनाथ यात्रा पर लगान ,
हज के लिए अनुदान .............
वाकई मेरा भारत महान !